एक थाने की गोद में दूसरा थाना…

जबलपुर पुलिस का हैरतअंगेज कारनामा

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विजयनगर थाने में घटना हो जाए तो रिपोर्ट माढ़ोताल थाने में दर्ज होगी...

माढ़ोताल थाने की सीमा में बना दिया विजयनगर थाना

अपने ही थाने के भीतर घटित घटना की एफआईआर दर्ज नहीं कर सकता विजय नगर थाना

एक ही थाना क्षेत्र में २ पुलिस थाने

जबलपुर न्यूज ट्रैप क्या एक ही थाना क्षेत्र में २ पुलिस थाने हो सकते हैं? क्या २ पुलिस थाने आजू-बाजू हो सकते है..? जबाव होगा नहीं… लेकिन जबलपुर में ऐसा ही है। नया विजयनगर थाना, माढ़ोताल थाने की गोद में है। या यूं कहें कि दोनों थाने आसपास अगल-बगल हैं। यदि विजयनगर थाने के भीतर या सामने कोई वारदात हो जाए, तो उसकी रिपोर्ट विजयनगर थाना नहीं, माढोताल थाने में दर्ज होगी। क्योंकि थाना क्षेत्र माढ़ोताल थाने में आता है। पहले विजयनगर थाना, सही जगह पर था लेकिन बाद में उसे दीनदयाल चौेक के आगे स्वास्तिक हास्पिटल के बाजू में बना दिया गया। यहां से चंद फासले पर ही आईटीआई चुंगीनाका में माढ़ोताल थाना है। जिसकी सीमा में नया विजयनगर थाना बना दिया गया।

थाने वालेे भी अचंभित….

विजयनगर और माढ़ोताल थाने, दोनों थाने का स्टाफ हैरान है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि आखिर ये चमत्कार कैसे हुआ। किस कारण हुआ। माढ़ोताल थाना सीमा में विजयनगर थाना क्यों बनाया गया। संभवत: पूरे हिंदुस्तान में ये पहला थाना होगा, जिसे दूसरे थाने की गोद में बनाया गया है।

विजयनगर थाने या उसके सामने हुए अपराध की रिपोर्ट माढोताल थाना दर्ज करेगा.. ।

कितनी बड़ी विडंबना है कि विजयनगर थाना अपनी ही दहलीज में हुई घटना की रिपोर्ट खुद नही लिख सकता। जांच माढ़ोताल थाना करेगा और एफआईआर भी वही लिखेगा। यानि विजयनगर थाना मूकदर्शक बना रहेगा।

एक थाने का स्टॉफ, दूसरे थाने में देगा बयान.. ।

मान लीजिये कि विजयनगर थाने के भीतर उसकी चौखट पर कोई घटना हो गई, ऐसे में रिपोर्ट विजयनगर थाना नहीं, माढ़ोताल थाना दर्ज करेगा। विजयनगर थाने का स्टाफ बयान देने माढ़ोताल थाना जाएगा। पूरी जॉँच पड़ताल माढ़ोताल थाना करेगा। कुल मिलाकर विजयनगर थाना, किसी मदारी के शो की तरह खुद मदारी बनकर तमाशा देखता रहेगा।

टीआई का कहना है कि थाने को अपनी सीमा में होना चाहिए…।

इस मामले में दोनों थानों के पुलिसबल व अफसरों का मत एकदम साफ है। माढ़ोताल थाने की पूूर्व टीआई रीना पाण्डे का साफ कहना है कि किसी भी थाने को अपनी सीमा में ही होना चाहिए। ऐसे में थाना सीमा विवाद भी पैदा होता है।

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