नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से टिकट देने क्यों राजी नहीं है भाजपा-
सांनिया गांधी के समक्ष कमलनाथ ने पेशकी राज्यसभा की दावेदारी-
न्यूज ट्रैप की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट – जबलपुर न्यूज ट्रैप – भाजपा की सियासी चालों ने मानो कांग्रेस में खलबली मचा दी है। लोकसभा चुनाव से पहले, कांग्रेस में जिस तरह से भगदड़ सी मची है, उसने पार्टी के अस्तित्व पर ही सवाल खडे कर दिए हैं। कांग्रेस के कई बडे नेता पार्टी छोडकर भाजपा का भगवा गमछा ओढ चुके हैं। जबकि कई नेता लाइन में हैं। हाल ही में जबलपुर महापौर अन्नू सिंह, पूर्व महाधिवक्ता शशांक शेखर, और एकता ठाकुर ने अप्रत्याशित तरीके से भाजपा ज्वाइन कर ली। अब चर्चा बडी सरगर्म है कमलनाथ नकुलनाथ के कांग्रेस छोडकर भाजपा में जाने की। कहने को कमलनाथ तो इसका खंडन करने का दावा करते हैं लेकिन न्यूज ट्रैप के भोपाल दिल्ली के सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उससे कहानी कुछ और ही नजर आ रही है। पता चला है कि कमलनाथ बड़े धर्म संकट में हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे क्या करें। कांग्रेस छोडें या भाजपा में जाएं या ना जाएं। जानकारी मिली है कि कमलनाथ ने सोनिया गांधी के दरबार में राज्य सभा के लिए दावेदारी पेश की है। अभी वहां से कोइ ग्रीन या रेड सिग्रल नहीं मिला है, इसी बीच कमलनाथ ने 13 फरवरी को भोपाल में भोज आमंत्रित किया है, जो एक तरह से शक्ति परीक्षण और सियासी रणनीति का निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।
सोनिया गांधी के समक्ष राज्यसभा की दावेदारी
सूत्रों से जानकारी मिली है कि कमलनाथ ने सोनिया गांधी के समक्ष राज्य सभा में भेजे जाने की दावेदारी पेश की है। कमलनाथ को अब विधायक पद पसंद नहीं है। वे अब राज्यसभा सांसद बनना चाहते हैं। जानकारी मिली है कि फिलहाल सोनिया जी के दरबार से कोई कमिटमेंट या ग्रीन सिग्रल, कमलनाथ को नहीं मिला है।
कमलनाथ के महाभोज का राज
कमलनाथ ने 13 फरवरी को भोपाल में महाभोज आमंत्रित किया। जिसमें पार्टी व अपने समर्थक सभी विधायक सांसद नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इस महाभोज के जरिए कमलनाथ कोई बडा निज फैसला ले सकते हैं। हो सकता है कि वे कांग्रेस से राज्यसभा में पहुंच जाएं या फिर भाजपा में शामिल हो जाएं।
नकुलनाथ को भाजपा टिकट क्यों नहीं देना चाह रही
राजनैतिक सूत्रों से जानकारी मिली है कि कमलनाथ या उनके पुत्र नुकुलनाथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों से ये भी पता चला है कि भाजपा नकुलनाथ को शामिल करने तो तैयार हैं लेकिन छिंदवाड़ा से लोकसभा का टिकट देने के लिए। ये भी जानकारी मिली है कि भाजपा नकुलनाथ की जगह उनकी धर्मपत्नि को टिकट देने तैयार हैं। भाजपा का लक्ष्य लोकसभा की मप्र की सभी सीट जीतने का है।कमलनाथ यदि 7 विधायक अपने साथ लाए तो नकुलनाथ को भाजपा दे सकती है टिकट। बहुत ही भरोसेमंद सूत्रों से जानकारी मिली है, कि भाजपा एक बहुत बडी शर्त पर नकुलनाथ को छिंदवाडा से उम्मीदवार बना सकती है। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए कमलनाथ को कम से कम 7 विधायक भाजपा में लाने होंगे, तभी नकुलनाथ को भाजपा छिंदवाडा से टिकट देगी। भोपाल के महाभोज में संभवत: इन्ही राजनीतिक मुद्दों पर गोपनीय चर्चा होनी है और कोई न कोई ठोस व अंतिम निर्णय होना है।
क्या कमलनाथ को राज्यसभा सांसद बनाएगी भाजपा-
राजनतिक सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक कमलनाथ को अब विधायक बनना पसंद नहीं है। उनका दिल भर चुका है। मन ऊब चुका है। उन्हें राज्यसभा जाना ज्यादा पसंद है। शायद इसलिए उन्होने सोनिया गांधी के समक्ष राज्यसभा भेजे जाने की अर्जी लगाई है। कमलनाथ या भाजपा में आते हैं, तो उनकी चाहत राज्यसभा सांसद बनने की ही होगी। लेकिन इस पर भाजपा का शीर्ष संगठन राजी होता है या नहीं? ये कोई नहीं जानता भाजपा उन्हें राज्यसभा सांसद बनाती है या नहीं? ये बड़ा सवाल है।