जापान के वैज्ञानिक बना रहे ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल्स, आम पैनल्स की तुलना में 1 हजार गुना ज्यादा होगा बिजली प्रोडक्शन
साधारण पैनल्स से 79 फीसदी हैँ ट्रांसपेरेंट
साधारण पैनल्स से 79 फीसदी हैँ ट्रांसपेरेंट..
जापान के वेज्ञानिक बना रहे ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल्स, आम पैनल्स की तुलना में 1 हजार गुना ज्यादा होगा बिजली प्रोडक्शन
ट्रांसपेरंट सोलर पैनल– पूरे विश्व में अक्षय ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में सोलर पैनल्स की सबसे ज्यादा भागीदारी है। लेकिन सोलर पैनल्स के साथ समस्या ये आती है कि इन्हें हम सिर्फ छतों या खली पड़ी जगहों पर ही लगा सकते हैँ दीवार पर नहीं, क्योकि ट्रांसपेरेंट नहीं होने से ये पेनल दीवारों कोपूरी तरह से ब्लॉक कर देते हैँ। लेकिन निकट भविष्य में हम अपने घरों की दीवारों पर ोलर पैनल लगा सकेंगे। दरअसल जापान की तोहोमु युनिवर्सिटी के ग्रेजुएट ऑफ इंजीनियरिंग विभ्ज्ञाग के रिसर्च ट्रांपेरेंट सोलर पैनल बनाने पर काम कर रहे हैँ। ये आम सोलर पैनल्स की तुलना में ७९ फीसदी तक ट्रांसपेरेंट रहेगे। इन्हें कारों घरों की खिड़कियों और यहां तक कि त्वचा पर भी लगाया जा सकता है। इन सोलर पैनल्स की खास बात ये भी होगी कि वे आम सोलर पैनलों की तुलना में १००० गुना ज्यादा बिजली पैदा करने की क्षमता रखते हैँ। इन सोलर पैनल्स को इंडियम टिन ऑक्साइड और टंगस्टन डाइसल्फाइड के मटैरियल से तैयार किया गया है। इन्हें बनाने में २-डी मटेरियल ग्रैफीन का भी इस्तेमाल किया गया हैँ । युनिवर्सिटी में हुए प्रयागों के दौरान एक वर्ग सेंटीमीटर के ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल ने १३ मिलीवॉट एनर्जी प्रोड्यूस की है। इस पर काम कर रहे वैज्ञानिक कहते हैँ कि ट्रांसपेरेंट सोलर पैनल का आना एनर्जी प्रोडक्शन के क्षेत्र में बहुत बड़ी घटना होगी।