जबलपुर न्यूज ट्रेप- प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद पहली कैबिनेट की बैठक जबलपुर में हई, जिससे पूरे प्रदेश में जबलपुर का रूतबा बढ़ गया. कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह के प्रयासों से ये बैठक जबलपुर में हुई, जिसमें पूरी सरकार ने बैठकर महत्वपूर्ण प्रस्ताबों पर सहमति की मुहर लगाई हालाकि पूर्व की 15 महिने के कार्यकाल चली सरकार में भी-राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के प्रयास से जबलपुर में कैबिनेट बैठक हुई थी जिसमें करीब 3 हजार करोड़ के प्रस्ताव पास किए थे.लेकिन सरकार जाते ही ये प्रस्ताव और इसकी फाइल न जाने कहां चली गई. लेकिन भाजपा सरकार की कैबिनेट बैठक के निर्णयों के परिपालन की पूरी गारंटी दी जा रही है. इसी वजह से केबिनेट बैठक के तत्काल बाद नगरीय प्रशासन एवं संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रेस कांर्फेस में न्यूज ट्रैप के सवाल पर कहा कि कांग्रेस झूठे बादे करती है, भाजपा नहीं..
गजब के मुख्यमंत्री हैं डॉ. मोहन यादव
भाजपा की नई सरकार के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वास्तव में गजब के सीएम हैं. सुबह से रात तक वे 3 जनवरी को जबलपुर में रहे.इस दौरान उन्होंने 409 कीरोड़ के विकास कार्यों की सौगात जबलपुर को दी. उनमें जनहित में बोल्ड निर्णय लेने की विलक्षण क्षमता है. अपने मंत्री और जनप्रतिनिधियों को भी वे पूरा सम्मान देने में अग्रणी हैं. उनकी बोलचाल भाषा शैली एकदम सहज है. जबलपुर के प्रति उनका प्रेम स्नेह कुछ ज्यादा गहरा नजर आता है. डॉ. मोहन यादव हॅंसमुख और मिलनसार हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनके मिलने-जुलने बातचीत करने के तौर-तरीके एकदम सामान्य है. जिसकी झलक जबलपुर में मिल चुकी है. शायद यही वजह है कि पूरी भाजपा और, सरकार का मंत्री मंडल उनसे बेहद प्रभावित है. पार्टी के विधायक, नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ता भी उनके आचरण-व्यवहार से खुश हैं.
विधायक अभिलाष पांण्डे को टीका लगाया
एक झटके में फलाई ओवर को मंजूरी दी..
शहर में करोड़ो के विकास कार्यों के भूमि पूजन एवं लोकार्पणन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने पूजन के आसन में बैठकर अपने बाजू में बैठे उत्तर-मध्य के नवनिर्वाचित विधायक अभिलाष पांडे को अपने हाथ से तिलक लगाया. इसके बाद मंच से एलान कर दिया कि अभिलाष पांडे द्वारा दीनदयाल चौक से आईटीआई चुंगी नाका तक प्रस्तावित फलाई ओवर को मंजूरी दी जाती है. सबसे खास बात ये है कि जिस मंच पर जिले के 7 विधायक बैठे हों और उनमें पहली बार के विधायक की मांग को तत्काल मंंजूरी दी जाए,
जबलपुर के सबसे पॉवरफुल नेता राकेश सिंह..
ये कड़वा सच भी है और यथार्थ भी, कि जबलपुर जिले के सबसे ताकतवर नेता राकेश सिंह ही हैं. वे कोई आज से नहीं, बल्कि तब से हैं जब वे पहली बार सांसद बने थे. लगातार सांसद का चुनाव जीतते गए इस बार पार्टी ने उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ाया. उसमें भी उनकी ऐतिहासिक जीत हुई और वे केबिनेट मंत्री भी बन गए.
धीर-वीर-गंभीर राकेश सिंह…
कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह पर किसी तरह का कोई दाग नहीं है. उन पर किसी भी तरह के कोई आरोप भी नहीं हैं. उनका व्यक्तितव व आचरण धीर-वीर- गंभीर प्रकृति का है. अपने काम से काम, अपने पद की गरिमा बनाए रखना और बड़े विकास कार्यों को मूर्त रूप देना उनकी फितरत में है. पार्टी की किसी भी तरह की गुटबाजी या खींचतान से वे सदैव दूर रहे हैं. चुनावी मैनेजमेंट में उन्हें महारत हासिल है विधान सभा का चुनाव, जिसे तौर-तरीके ब मैनेजमेंट से लड़ा, वो वास्तव में किसी भी- दूसरे नेता के लिये सीखने वाला है. 2 बार के विधायक एवं पूूर्व मंत्री तरूण भानोत को ३१ हजार वोट से पराजित करना छोटी बात नही है.
मुख्यमंत्री के साथ पूरे समय छाए रहे 3 चेहरे
मुख्मंत्री के शहर प्रवास के दौरान पूरे समय 3 चेहरे छाए रहे. मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के एक तरफ थे राकेश सिंह, और दूसरी तरफ प्रदेशाध्यक्ष बी डी शर्मा इन दोनों के बाद तीसरा चेहरा था विधायक अभिलाष पांडे का. इसके अलावा नगराध्यक्ष प्रभात साहू एवं सभी विधायक भी नजर आए.