नई दिल्ली । आज देशवासी 75 वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लाल किला की प्राचीर से झंडा वंदन करेंगी। उधर, देशभर में गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उधर, गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा मैं देश को शुभकामनाएं देती हूं। कल के दिन हम संविधान के प्रारंभ का उत्सव मनाएंगे। संविधान की प्रस्तावना हम लोग से शुरू होती है। ये शब्द हमारे संविधान के मूल भाव को रेखांकित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारा देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर बढ़ते हुए अमृत काल के प्रारंभिक दौर से गुजर रहा है।
प्रत्येक वर्ष पूरे भारत में गणतंत्र दिवस का पर्व पूरे धूम धाम से मनाया जाता है। इस मौकें पर किसी न किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता है। 2024 में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह छठी बार होगा जब कोई फ्रांसीसी नेता भारतीय गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे। पहली बार यह 26 जनवरी, 1950 को दिल्ली के पुराने किले के सामने इरविन स्टेडियम में मनाया गया था। यह राष्ट्रीय पर्व सभी भारतीय के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है, क्योंकि यह उस क्षण को चिह्नित करता है जब भारत का संविधान लागू हुआ था। इस दिन, भारत ने समानता, धर्मनिरपेक्षता और स्वशासन के लिए प्रतिबद्ध एक गणतंत्र के रूप में अपनी पहचान अपनाई थी ।
विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका’ है।
यह गणतंत्र दिवस बीते कई सालों के गणतंत्र दिवस की तुलना में कई मायनों में बेहद अलग है। इस बार की थीम विशेषकर महिलाओं पर केंद्रित है। भारत के इतिहास में ये पहली बार होगा की सेना के तीनो अंगो से महिलाएं परेड का हिस्सा बनेंगी। वहीं इस बार की थीम ‘विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका’ है। इस वर्ष कई नए बदलाव के साथ गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाया जायेगा। यह पूरा कार्यक्रम महिलाओं पर केंद्रित है। पहली बार ऐसा होगा की उत्सव की शुरुआत 100 महिला कलाकारों के द्वारा भारतीय संगीत से की जाएगी। कत्र्तव्य पथ पर एक महिलाओं की त्रि-सेवा दल भी मार्च करेगी और यह पहली बार होने जा रहा है। किसानों के लिए भी यह एक खास पल होने वाला है क्योंकि पहली बार, गणतंत्र दिवस परेड 2024 के लिए लगभग 1,500 किसानों और उनके जीवनसाथियों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। बात अगर हम कत्र्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली झाकिओं की करें तो , इस बार परेड में कुल 16 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों और 9 मंत्रालयों की 25 झांकियां शामिल होंगी।